बात जब सुंदरता की हो और जहा चारों ओर हरियाली, खूबसूरत बगीचा, साफ-सफाई के साथ अन्य व्यवस्थाएं भी चकाचक हो वो जगह किसी जन्नत से काम थोड़े नहीं होगी । और रही बात इस मुक्तिधाम की जो किसी पर्यटन स्थल का नजारे से कम नहीं, और ये है शहर का पंचकुइया मुक्तिधाम, जो पांच एकड़ में फैला है। 11 सदस्यीय कमेटी इसका संचालन करती है। और यहां सारे काम जनसहयोग होते हैं। कमेटी से जुड़े लोग रोज दो घंटे का समय मुक्तिधाम में व्यवस्था संचालन के लिए देते हैं। मुक्तिधाम में पेड़ पर जहां हनुमानजी विराजमान है, वहीं भारत माता का मंदिर भी बनाया है। इसके अलावा 14 महापुरुषों, 40 संत-महात्माओं की की प्रतिमाएं भी हैं।
पंचकुइया मुक्तिधाम, कोई पर्यटन स्थल से कम नहीं
बात जब सुंदरता की हो और जहा चारों ओर हरियाली, खूबसूरत बगीचा, साफ-सफाई के साथ अन्य व्यवस्थाएं भी चकाचक हो वो जगह किसी जन्नत से काम थोड़े नहीं होगी । और रही बात इस मुक्तिधाम की जो किसी पर्यटन स्थल का नजारे से कम नहीं, और ये है शहर का पंचकुइया मुक्तिधाम, जो पांच एकड़ में फैला है। 11 सदस्यीय कमेटी इसका संचालन करती है। और यहां सारे काम जनसहयोग होते हैं। कमेटी से जुड़े लोग रोज दो घंटे का समय मुक्तिधाम में व्यवस्था संचालन के लिए देते हैं। मुक्तिधाम में पेड़ पर जहां हनुमानजी विराजमान है, वहीं भारत माता का मंदिर भी बनाया है। इसके अलावा 14 महापुरुषों, 40 संत-महात्माओं की की प्रतिमाएं भी हैं।
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